तंजावुर में 17 वर्षीय लावण्या की दुखद आत्महत्या के बाद तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने अपने सबसे बड़े राजनीतिक अभियानों में से एक इस अभियान को शुरु किया था कि लावण्या की खुदकुशी धर्म परिवर्तन के दबाव के कारण हुई थी। हालांकि घटना बहुत पहले हुई थी। लेकिन अन्नामलाई को भाजपा ने नया-नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अपने कार्यकाल के पहले 7 महीने तक वो चुप रहे। इसके बाद खुद को लॉन्च करने के लिए उन्होंने लावण्या की मौत को मुद्दा बना दिया। अन्नामलाई ने आरोप लगाया कि सेक्रेड हार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल, जहां लावण्या पढ़ रही थी, ने उस पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव डाला, जिससे उसे अपनी जान लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।