वैसे तो संसद या विधानमंडल के किसी भी सदन की किसी भी खाली सीट के लिए उपचुनाव होना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन मध्य प्रदेश की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव देश के संसदीय लोकतंत्र की एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक घटना है।
मध्य प्रदेश में तीन दिन बाद उपचुनाव है, फिर भी बीजेपी कांग्रेस के विधायक क्यों तोड़ रही है? वह भी तब जब उपचुनाव में 28 में से सिर्फ़ एक सीट भी जीत जाने पर शिवराज सरकार सुरक्षित हो जाएगी। कांग्रेस की आस किससे?
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक राहुल लोधी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के नतीजों से पहले बीजेपी ऐसा 'खेल' क्यों खेल रही है?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।शिवराज की महिला मंत्री: नफरत फैला रहे मदरसे, बंद करो।कमलनाथ बोले -ये राहुल गाँधी की अपनी राय, माफी नहीं माँगूँगा
इसी साल मार्च महीने में सिंधिया ने कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने के एवज में बीजेपी ने सिंधिया को राज्यसभा की सीट से नवाज़ा है।
कमलनाथ की टिप्पणी को बीजेपी ने बड़ा सियासी मुद्दा बना लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी के आला नेताओं ने सोमवार को प्रदेश भर में मौन धरने दिये।