मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता के भय से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ही सूबे के 77 लाख किसानों को पैसे बाँट दिये। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तर्ज़ पर मध्य प्रदेश ने भी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना शुरू की है। योजना के तहत किसानों को दो हज़ार रुपये की पहली किस्त वितरित करने के लिए शनिवार को बड़ा जलसा रखा गया है। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने बिहार चुनावों की तारीख़ घोषित करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई तो शिवराज सरकार ने पैंतरा बदलते हुए किसानों के बैंक खातों में राशि का स्थानांतरण एक क्लिक पर आज ही कर डाला।
बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटें रिक्त हैं। इन पर उपचुनाव होना है। चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई तो माना गया कि बिहार चुनावों के साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा की रिक्त सीटों के लिए उपचुनावों का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया जाएगा। चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू हो जाती है। इसी संभावना के मद्देनज़र मध्य प्रदेश की सरकार ने आज आयोजित अन्य जलसे में किसानों के खाते में सम्मान निधि राशि पहुँचा दी।
दरअसल, शिवराज सरकार उपचुनावों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का सहारा लिये हुए है। उनके जन्म दिन को मध्य प्रदेश की सरकार ‘ग़रीब कल्याण सप्ताह’ के रूप में मनाकर जमकर पैसा बाँट रही है। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से ही मध्य प्रदेश में यह सिलसिला आरंभ हुआ है।
दिलचस्प बात यह है कि मध्य प्रदेश का खजाना खाली है। तनख्वाह बाँटने के भी लाले पड़े हुए हैं। कोविड ने कमर तोड़ रखी है। अनेक बड़े अस्पतालों में दवाओं के टोटे की ख़बरें हर दिन मीडिया की सुर्खियाँ बन रही हैं। तमाम सरकारी भुगतान नहीं हो पा रहे हैं।
चौथी बार कुर्सी संभालने के बाद से शिवराज सिंह 20 हज़ार करोड़ रुपये के आसपास का नया कर्ज पिछले पाँच-साढ़े पाँच महीने में ले चुके हैं। खस्ताहाल खजाने और अनाप-शनाप कर्ज के बीच ‘टीम शिवराज’ उपचुनाव के ठीक पहले वोटरों को ‘साधने’ के लिए अलग-अलग महकमों के नियमित ख़र्चों में कटौती कर ‘मुक्त हाथों’ से पैसा बाँट रही है।
शिवराज सरकार ने अलग-अलग आयोजनों में आठ दिनों में क़रीब 6 हज़ार करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के खाते में डाले हैं। सैकड़ों करोड़ का ब्याजमुक्त क़र्ज़ दिलाते हुए लोन की गारंटियाँ भी सरकार ने ली हैं। क़र्ज़ पर लगने वाला ब्याज अपनी जेब से देने की घोषणा भी सरकार ने की हुई है।
कमलनाथ सरकार द्वारा बंद योजना शुरू
मध्य प्रदेश के 16 हज़ार से ज़्यादा प्रतिभावान विद्यार्थियों को शिवराज सरकार ने लैपटाॅप खरीदने के लिए शुक्रवार को 40 करोड़ रुपयों की राशि बैंक खातों में सीधे स्थानांतरित की। सरकार ने 40 हज़ार 542 विद्यार्थियों का चयन लैपटाॅप देने के लिए किया हुआ है। कुल 101 करोड़ रुपयों की राशि की आवश्यकता थी। आज पहली खेप में खजाने की माली हालत को देखते हुए 40 करोड़ बाँटकर बचे हुए विद्यार्थियों को जल्दी राशि खातों में पहुँचाने का आश्वासन सरकार ने दिया है।
कमलनाथ सरकार ने लैपटाॅप वितरण की योजना को बंद कर दिया था। इसके पहले पुरानी शिवराज सरकार 12वीं कक्षा में 85 प्रतिशत से ज़्यादा नंबर हासिल करने वाले विद्यार्थियों को लैपटाॅप खरीदने के लिए 25 हजार रुपये दिया करती थी। शिवराज ने इस योजना को पुनः आरंभ करते हुए आज राशि वितरित की।
किसानों को आज बाँटे 154 करोड़
लैपटाॅप वितरण के आज के आयोजन में कृषि मंत्री को भी बुलाया गया था। उनका आयोजन में रहना मीडिया को अटपटा लगा था। आयोजन के दौरान जब घोषणा की गई कि किसानों के लिए लागू मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि राशि की दो हज़ार रुपयों की पहली किश्त एक क्लिक पर मुख्यमंत्री 77 लाख किसानों के बैंक खातों में सीधे पहुँचायेंगे तो पूरा माजरा साफ़ हो गया। योजना के तहत दो-दो हज़ार रुपये की राशि मध्य प्रदेश की सरकार ने सम्मान के तौर पर किसानों को देने का एलान किया हुआ है। केन्द्र की सरकार इस योजना के तहत किसानों को छह हज़ार रुपये दे रही है।
किसानों को सम्मान निधि वितरित करने के लिए जलसा शनिवार को भोपाल के उसी कन्वेन्शन सेंटर में किया गया है, जिसमें शुक्रवार को लैपटाॅप वितरण का कार्यक्रम था और अन्य ऐसे कार्यक्रम पूर्व में हुए हैं।
ठगे वोटर शिव ‘राज’ को ठेंगा दिखायेंगे: कांग्रेस
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने उपचुनाव में वोटरों को कथित तौर पर लुभाने के लिए सरकारी खजाने के कथित दुरुपयोग पर तीखी नाराज़गी जताई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा,
‘कांग्रेस के विधायकों को खरीदकर सरकार बना लेने वाली भाजपा, और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह राज्य के जागरूक वोटरों को खरीदने का लाख प्रयास करें, ठगे हुए वोटर 28 सीटों के लिए होने जा रहे उपचुनावों में शिवराज सरकार एवं बीजेपी को ठेंगा दिखायेंगे।’
मिश्रा ने यह भी कहा,
‘प्रधानमंत्री के जन्मदिन की आड़ में सरकारी पैसों से हो रहे आयोजनों में पिछले सप्ताह भर में मध्य प्रदेश की सरकार उन्हीं हितग्राहियों को ज़्यादातर टारगेट किया, जहाँ उपचुनाव होने हैं।’
हर दिन तीन झूठ बोलते हैं शिवराज: कमलनाथ
उपचुनाव की आहट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी शिवराज को निशाने पर लिया। कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा, ‘हमें लगा था 2018 में सत्ता से बाहर हो जाने के बाद शिवराज सिंह सुधर जायेंगे, लेकिन झूठ बोलने की उनकी आदत गई नहीं है। वे हर दिन तीन झूठ बोलते हैं।’
कमलनाथ ने यह भी कहा, ‘दो हज़ार लोगों को लाभ देकर शिवराज दावा कर देते हैं कि उनकी योजना से 20 लाख लोग लाभान्वित हो गये हैं।’ कमलनाथ ने कहा, ‘हमने संबल योजना बंद नहीं की थी, बल्कि योजना में जुड़े फर्जी नाम भर हटाये थे।’
नरोत्तम मिश्रा का तंज, ‘कांग्रेस का खेल ख़त्म’
उधर मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और शिवराज काबीना के सदस्य नरोत्तम मिश्रा का कहना है, ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस का खेल खत्म हो चुका है। उत्तर प्रदेश की तरह कांग्रेस का भी कुछ वक्त बाद में मध्य प्रदेश में नाम लेने वाला नहीं बचेगा।’
उन्होंने कहा, ‘ग़रीबों की योजनाएँ और अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को मिलने वाले लाभ कांग्रेस पचा नहीं पाती है। वह केवल गरीबों की आड़ में चांदी काटती है, जबकि भाजपा वास्तव में गरीबों के दुःख दर्द और उनके आँसू पोंछने का काम करती है।’
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