बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान के दौरान हंसने का आरोप लगा है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर घेरते हुए उनके खिलाफ कड़ी आलोचना की है। क्या यह मामला राजनीतिक विवाद का रूप लेगा?
बिहार की राजनीति में एक बड़ा सवाल है- क्या नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाया था? इस दावे की सच्चाई क्या है? जानिए ऐतिहासिक घटनाक्रम।
बिहार की राजनीति में दशकों से वही पुराने चेहरे हावी हैं, लेकिन क्या वे नई चुनौतियों का सामना कर पाएंगे? क्या राज्य को नए नेतृत्व की जरूरत है? जानिए इस विश्लेषण में।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने सोमवार को जाति जनगणना का समर्थन किया था। हालांकि अभी तक जाति जनगणना पर भाजपा और आरएसएस के विचार विरोध में रहे हैं। पीएम मोदी तो सीधा अटैक कर चुके हैं। लेकिन आरएसएस के बयान के बाद कांग्रेस पार्टी और आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और आरएसएस से सवाल किए हैं।
केंद्र में मोदी सरकार को फिलहाल कहीं से कोई खतरा नहीं है लेकिन बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को लगता है कि मोदी सरकार अगस्त तक गिर सकती है और नए चुनाव हो सकते हैं। मोदी को खासतौर पर जेडीयू और टीडीपी का समर्थन प्राप्त है। दोनों दलों के किसी भी नेता ने अभी तक कोई नकारात्मक बयानबाजी नहीं की है। जानिए लालू ऐसा क्यों कह रहे हैंः
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के बीच मंगलवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए। लालू यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह संविधान और लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है।
प्रधानमंत्री मोदी जिस 'परिवारवाद' को मुद्दा बनाते रहे हैं, क्या वह बिहार में मुद्दा बना पाएँगे? क्या ऐसा करने में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को ही नुक़सान हो जाएगा? जानिए, आख़िर दिक्कत क्या है।
बिहार में महागठबंधन के बीच लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीटों का बंटवारा हो गया है। पटना के राजद कार्यालय में शुक्रवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महागठबंधन ने इसकी घोषणा कर दी है।
लोकसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी हैं इसके बावजूद सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बनने के कारण अटकलें लगाई जा रही है कि दोनों दलों के बीच तोलमोल का दौर चल रहा है और इनके बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अंदर ही अंदर एक दूसरे से नाराजगी चल रही है।
ईडी ने यह गिरफ्तारी अवैध रेत खनन मामले में की है। आरजेडी संस्थापक लालू यादव के करीबी सुभाष यादव के ठिकानों पर ईडी ने शनिवार को छापे मारे थे। लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक है। बिहार में नीतीश कुमार के भाजपा से हाथ मिलाने के बाद समीकरण बदल गए हैं। सुभाष यादव की गिरफ्तारी लालू यादव को कमजोर करेगी।