बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव मंगलवार से अपनी जन विश्वास यात्रा आरंभ कर दी है। उनकी यह यात्रा बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से शुरू हो रही है। यात्रा से पहले तेजस्वी यादव ने अपने आवास में महादेव की पूजा की और गायों को रोटी खिलाई है।
इस दौरान उनके माता-पिता और बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव और राबड़ी देवी भी उनके पीछे खड़े दिखें। उन्होंने माता-पिता का आशीर्वाद लिया और इसके बाद अपनी यात्रा पर निकले।
उन्हें विदा करते समय लालू यादव ने तेजस्वी से कहा, आशीर्वाद है बेटा। लालू ने तेजस्वी को लेकर कहा कि, पूरा आशीर्वाद है। बहुत काम किया है, आगे भी काम करेगा। जनता से मेरी अपील है कि इसके मनोबल को ऊंचा करें।
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर कहा कि पिछली बार भी उन्होंने पलटी मारी थी। तब वे खुद ही आए थे हमने नहीं बुलाया था।
वहीं जब उनसे ईडी की ओर से हाल में हुई पूछताछ को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जांच होने दीजिए, 25 साल से हमारे ऊपर जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि जांच में कहां कोई नई बात निकल कर आ रही है। राबड़ी देवी ने कहा कि हमारे साथ देश और बिहार की जनता है।
अब अगले 10 दिनों में तेजस्वी बिहार के 32 जिलों का दौरा करेंगे। इस दौरान उन जिलों में रैलियां कर जनता को संबोधित करेंगे। यात्रा पर निकलते समय तेजस्वी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मैं आज से जनता के बीच जा रहा हूं।
बिहार में महागठबंधन की सरकार के 17 महीने में जो हमने काम किया वह बीते 17 साल में भी नही हुआ था। तेजस्वी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार का न तो कोई विजन है और न ही गठबंधन बदलने का कोई रीजन है।
वह जनमत को अपने पैर की जूती समझते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के लोगों को जनता का आशीर्वाद मिला है। हम बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बने हैं। मुझे भरोसा है कि आने वाले चुनाव में जनता हमारे साथ खड़ी रहेगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि माता की ममता, पिता की क्षमता और पत्नी की उत्तमता और लोकधर्म की प्रधानता के साथ लोगों के बीच जा रहे हैं। जनता हमारी मालिक है और अपने मालिकों के सामने अपनी बात रखेंगे, हम जनता की आवाज को बुलंद करने का काम करेंगे।
नीतीश ने 28 जनवरी बदला था पाला
नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड बिहार में महागठबंधन का हिस्सा थी। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे। बीते 28 जनवरी को नीतीश कुमार पाला बदल कर एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए थे। नीतीश कुमार के एक बार फिर से भाजपा के साथ जाने के बाद से तेजस्वी यादव कई बार कह चुके हैं कि अब वह जनता के बीच जाएंगे। तेजस्वी जनता के बीच जाकर यह कहना चाहते हैं कि उनके साथ धोखा हुआ है उन्हें साजिश रच के हटाया गया है।
सोमवार को भी उन्होंने कहा था कि उन्हें छल से हटाया गया था। तेजस्वी यादव अपनी इस जन विश्वास यात्रा के जरिए लोकसभा चुनाव को लेकर भी राजद के पक्ष में माहौल बनाना चाहते हैं।
दूसरी तरफ तेजस्वी की इस यात्रा को लेकर भाजपा और जदयू ने उनपर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इतने सालों में तेजस्वी यादव के परिवार ने जो भ्रष्टाचार किया है उन्हें वह भी गिनाने चाहिए। पिता के बाद अब उनके भी जेल जाने की बारी है।
वहीं जदयू ने तेजस्वी की इस यात्रा पर पूछा है कि क्या इस यात्रा में तेजस्वी अपने माता-पिता की नाकामी भी गिनाएंगे। जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि तेजस्वी यादव विधान मंडल के प्रति गंभीर नहीं हैं।
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