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प्रतीकात्मक और फाइल फोटो

जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू परिवार को कोर्ट से मिली बड़ी राहत

जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के परिवार को बुधवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने इस मामले में बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों मीसा भारती एवं हेमा यादव को नियमित जमानत दे दी है। 
इस केस में राबड़ी देवी अपनी दोनों बेटियों के साथ बुधवार को कोर्ट में पेश हुई। उनके अधिवक्ता ने कोर्ट से उन्हें नियमित जमानत देने मांग की जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। 
कोर्ट ने कहा कि इन तीनों की नियमित जमानत वाली याचिका को खारिज करने का फिलहाल कोई कारण नहीं है। उन्हें यह जमानत जमीन के बदले नौकरी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मिली है। 
लालू परिवार के इन तीन सदस्यों के साथ ही इस मामले में एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी की नियमित जमानत याचिका को भी कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। 
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने अपने बुधवार के आदेश में कहा है कि ईडी ने जांच के दौरान इनको गिरफ्तार नहीं किया था। ऐसी स्थिति में इनकी नियमित जमानत याचिका को खारिज नहीं किया जा सकता है। 
यह चर्चित केस तब का है जब लालू यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू यादव के रेलमंत्री रहते हुए कई लोगों को नियमों की अनदेखी कर रेलवे में नौकरी दी गई थी। 
इसके बदले में लालू परिवार के सदस्यों के नाम जमीनें लिखवाई गई थीं। इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े पहलुओं की ईडी जांच कर रही है। 
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सीबीआई दायर करेगी नई चार्जशीट 

इससे पहले मंगलवार को जमीन के बदले नौकरी केस से जुड़े आपराधिक पहलू की जांच कर रही सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा था कि वह एक और चार्जशीट दाखिल करने वाली है। 
कोर्ट ने सीबीआई को नई और फाइनल चार्जशीट दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 14 जनवरी को होगी। 
जमीन के बदले नौकरी केस में लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत परिवार के अन्य सदस्य आरोपी हैं। इस केस में सीबीआई विभिन्न दस्तावेजों की जांच कर रही है। 
मंगलावर को राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने कहा कि उसकी जांच अब निष्कर्ष के करीब पहुंच गई है। सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी केस में इससे पहले 7 अक्टूबर 2022 को पहली चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था। 
इसके बाद सीबीआई ने इस केस में 3 जुलाई 2023 को सप्लीमेंट्री अर्थात दूसरी चार्जशीट दाखिल की थी। पहील चार्जशीट में जहां तेजस्वी आरोपी नहीं थे वहीं दूसरी में तेजस्वी को भी आरोपी बना दिया गया था।  
अब नई चार्जशीट दाखिल होने के बाद माना जा रहा है कि सीबीआई कुछ नए तथ्यों को शामिल करेगी जो उसे जांच के दौरान अब मिले हैं। माना जा रहा है कि सीबीआई की नई चार्जशीट के बाद लालू परिवार की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं। 

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क़मर वहीद नक़वी
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