भारत में अभिव्यक्ति की आजादी का खतरा लगातार बढ़ रहा है। यह आपको यहां-वहां नजर नहीं आएगा। टीवी चैनल और अखबारों में भी नजर नहीं आएगा लेकिन जहां विवाद है, वहां नजर आएगा। देश के पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे की किताब फोर स्टार्स ऑफ डेस्टिनी अभी तक बाजार में नहीं आई है। इस पर अघोषित रोक है। वजह लद्दाख से जुड़ी हुई है। इस मुद्दे को समझिएः