शाहरुख खान की 2023 की लोकप्रिय फिल्म 'डंकी' का नाम पंजाबी मुहावरे डंकी फ़्लाइट से लिया गया है। डंकी फ़्लाइट का मतलब है नकली पासपोर्ट के सहारे और बिना वीज़ा के कनाडा, इंग्लैंड, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश। फिल्म की कहानी उन मध्यमवर्गीय लोगों के बारे में है जो पैसे कमाने और अच्छी ज़िंदगी जीने की ख़्वाहिश में अवैध तरीक़ों से विदेश जाने के प्रयास करते हैं। उनके इस काम में मदद करते हैं भारत में स्थित कोचिंग सेंटर और ट्रैवल एजेंट तथा विदेशों में स्थित एजेंट जो इन लोगों की इस इच्छा का भरपूर व्यावसायिक लाभ उठाते हैं। इस फिल्म ने विश्व में 600 करोड़ से अघिक का कारोबार किया और कई पुरस्कार भी हासिल किए। पर इसकी कहानी इतनी जल्दी यथार्थ में परिवर्तित होकर रूस-यूक्रेन युद्ध का एक नंगा सच सबके सामने लाएगी, इसका अंदाजा किसी को नहीं था।
अग्निवीर क्या दूसरे देशों के लिए भाड़े के सैनिक बनेंगे?
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- 11 Mar, 2024

रूस में भारतीयों के सैनिक में शामिल किए जाने की ख़बरें आ रही हैं तो क्या ऐसा होना आम बात है? जानिए, दुनिया भर में भाड़े के सैनिक कैसे बनते हैं।
फ़रवरी और मार्च महीने में रूस और यूक्रेन के युद्ध में भारतीय नागरिकों के हताहत होने के समाचार सामने आए। इनका संज्ञान लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने रूस से अधिकारिक तौर पर अनुरोध कर भारतीय नागरिकों को वापस भेजने को कहा। अभी तक की मीडिया रिपोर्ट से दो-तीन बातें प्रमुखता से उभरकर आईं। पहला, इन भारतीयों को रूस तक पहुँचाने में भारतीय व्यावसायिक एजेंसियों का रोल। सीबीआई के जाँच में छह प्रमुख पलेसमेंट एजेंसियों का नाम सामने आया जिन्होंने पैसे लेकर अच्छी तादाद में भारतीयों को रूस भेजा। इनमें दुबई का बाबा ब्लोग के नाम से यूट्यूबर प्रमुख है। मोटा वेतन, युद्ध क्षेत्र से दूर सहायक की भूमिका और एक निर्दिष्ट काल के बाद रूस की नागरिकता जैसे लुभावने वायदों के आधार पर भारतीयों को लुभाया गया, मगर ऐसा नज़र आता है कि उनकी सेवा रूसी सेना या फिर प्राइवेट सैन्य संस्था वैगनर के लिए थी।