भारतीय और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के हवाले से इंग्लैंड के समाचार पत्र 'द गार्डियन' ने एक ख़बर दी है जिसका शीर्षक है- ‘भारत सरकार ने पाकिस्तान में हत्याएँ करवाईं’।
टारगेट किलिंग को उपलब्धि मानने में हिचकिचाती क्यों है कोई भी सरकार?
- विश्लेषण
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- 7 Apr, 2024

टारगेट किलिंग को क्या किसी भी सूरत में इजाजत होनी चाहिए? यदि ऐसा है तो कोई भी सरकार टारगेट किलिंग की बात को स्वीकार क्यों नहीं करतीं? जानिए, अमेरिका से लेकर इजराइल और रूस तक में क्या हालात हैं।
इस मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 फ़रवरी 2019 की पुलवामा घटना, जिसमें 40 भारतीय सुरक्षाकर्मी मारे गए थे, ने भारत की सुरक्षा संबंधी प्रतिक्रिया को निर्णायक मोड़ दिया। रिपोर्ट के मुताबिक़ विदेशी धरती पर छुपे भारतीय मूल के आतंकवादियों को ख़त्म करने की भारतीय नीति के चलते 2020 के बाद से हरकत उल अंसार, जमात उल मुजाहिदीन और हिज्बुल मुजाहिदीन के 20 आतंकवादियों की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई जिनमें से 15 की हत्या 2023 में की गई थी। अख़बार के अनुसार भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सऊदी धरती पर बैठे अपने स्लीपर एजेंटों के माध्यम से पाकिस्तान में टारगेट किलिंग की।