चीन ने अपने वार्षिक रक्षा बजट में 7.2% की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इससे यह अब 245 अरब डॉलर से अधिक हो गया है। यह क़दम उसकी सैन्य शक्ति को जमीन, वायु, समुद्र, परमाणु, अंतरिक्ष और साइबर क्षेत्रों में तेजी से बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। चीन के सामने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे अमेरिका जैसे प्रतिद्वंद्वियों की चुनौती है। इसके साथ-साथ उसके सामने ताइवान, दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में पड़ोसियों और भारत के साथ 3,488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दबदबा बनाए रखने की चुनौती भी है।
चीन ने रक्षा बजट 7.2% बढ़ाया, भारत के लिए कितनी बड़ी चुनौती?
- देश
- |
- |
- 6 Mar, 2025
चीन ने अपना रक्षा बजट बढ़ाया तो भारत में चिंताएँ क्यों हैं? क्या चीन के इस बजट से भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक संतुलन पर असर पड़ सकता है? जानें इस फ़ैसले का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

इन चुनौतियों से निपटने के लिए चीन अपनी 20 लाख सैनिकों वाली पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का आधुनिकीकरण कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का वास्तविक रक्षा ख़र्च घोषित आँकड़ों से 40-50% अधिक है। चीन का आधिकारिक रक्षा बजट ही भारत के 79 अरब डॉलर से तीन गुना है। चीन का यह रक्षा बजट अमेरिका के 900 अरब डॉलर के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट है।