तमिलनाडु का राजनीतिक माहौल पहले से ही गर्म है, जहां हिंदी थोपने और परिसीमन जैसे मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ बढ़ता आक्रोश है। लेकिन केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के हालिया बयान, जिसमें उन्होंने तमिलों को "असभ्य" कहा, ने आग में घी का काम किया है। इस बयान ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है, जिससे मुख्यमंत्री स्टालिन को भाजपा की आलोचना करने का एक और शक्तिशाली कारण मिल गया है।