केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रमुख एम.के. स्टालिन द्वारा चेन्नई में आयोजित किए जा रहे सम्मेलन के प्रति अपना समर्थन और एकजुटता जताई है। यह सम्मेलन बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा "एकतरफा संसदीय क्षेत्र परिसीमन प्रयास" के खिलाफ आयोजित किया जा रहा है। यह कदम दक्षिण भारत के राजनीतिक दलों के एकजुट होने और विपक्षी एकता के प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है।
परिसीमन विवादः स्टालिन की मुहिम को जबरदस्त समर्थन, क्यों खड़ा हुआ दक्षिण?
- देश
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- सत्य ब्यूरो
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- 15 Mar, 2025
केरल के सीएम पिनराई विजयन ने भी तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन के प्रस्तावित चेन्नई सम्मेलन का समर्थन कर दिया है। स्टालिन ने केंद्र के एकतरफा संसदीय परिसीमन के कदम का विरोध करने के लिए इस मुहिम को छेड़ा है। दक्षिण भारत के कई राजनीतिक दल और संगठन स्टालिन का समर्थन कर रहे हैं।

इससे पहले, कांग्रेस शासित तेलंगाना और कर्नाटक सरकारों, तेलंगाना में विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी), और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने स्टालिन द्वारा 22 मार्च को बुलाई गई बैठक में अपनी भागीदारी की पुष्टि की थी।