बिहार में उर्दू हल्के की यह शिकायत रही है कि नीतीश कुमार की सरकार में उर्दू को पूरी तरह दरकिनार किया जा रहा है लेकिन इस हफ्ते एक फरेब भरी खबर में नीतीश कुमार की छवि चमकाने के लिए यह बताने की कोशिश की गई कि बिहार के सरकारी अधिकारियों को उर्दू सिखाई जाएगी।
यही नहीं जनता दल यूनाइटेड से जुड़े लोगों ने इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उर्दू मुखालिफ बयान के मुकाबले में नीतीश कुमार के बड़े दिल के तौर पर सोशल मीडिया पर फैलाया और दावा किया कि योगी के उलट नीतीश कुमार उर्दू की कितनी भलाई चाहते हैं।