तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में शनिवार को संसदीय सीटों के प्रस्तावित परिसीमन के खिलाफ दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक की मेजबानी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने की, जिसमें तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित कई प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में केंद्र सरकार के परिसीमन प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया गया।
परिसीमन विवादः चेन्नई बैठक से स्टालिन, रेवंत, विजयन का बड़ा संदेश,केंद्र को चुनौती
- राजनीति
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- सत्य ब्यूरो
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- 22 Mar, 2025
परिसीमन के मुद्दे पर तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन की चेन्नई बैठक जबरदस्त कामयाब रही। आंध्र, केरल और पंजाब के सीएम इसमें पहुंचे। कर्नाटक से डिप्टी सीएम पहुंचे। इन सभी ने एक सुर में केंद्र को चुनौती दी। स्टालिन ने कानूनी लड़ाई लड़ने का ऐलान किया। रेवंत रेड्डी ने कहा कि उत्तर हमें दूसरे दर्जे का नागरिक नहीं बना सकता।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस मौके पर कहा, "अगर जनसंख्या के आधार पर परिसीमन हुआ तो उत्तर हमें द्वितीय श्रेणी का नागरिक बना देगा।" उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रस्ताव दक्षिणी राज्यों के खिलाफ एक साजिश है, जो जनसंख्या नियंत्रण में सफल रहे हैं। रेड्डी ने कहा कि दक्षिणी राज्य देश के विकास में बड़ा योगदान देते हैं, लेकिन इस कदम से उनकी संसदीय हिस्सेदारी कम हो जाएगी।