ईरान ने हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन आमिर सहित सभी को शहीद का दर्जा दिया है। शहीद उसी को कहा जाता है जो किसी मोर्चे पर बलिदान देता है। सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर अटकलें हैं कि इस घटना के पीछे इज़राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद है, जो ऐसे ऑपरेशन्स के लिए कुख्यात है। इस पर इजराइल को बयान देना पड़ा कि उसका हाथ नहीं है। ईरान का सरकारी मीडिया भी इस मुद्दे पर चुप है। भारत-पाकिस्तान समेत तमाम देशों में शोक मनाया जा रहा है और मुसलमान प्रदर्शन कर रहे हैं।