दक्षिण भारत में बदल रही राजनीति. मोदी-शाह के ख़िलाफ़ खोला जा रहा है बड़ा मोर्चा. क्या चंद्रबाबू नायडू इसमें शामिल न होकर अपनी राजनीति खत्म कर लेंगे? क्यों नायडू बीजेपी के साथ रहकर अपनी राजनीति को बट्टा लगा रहे हैं? क्या है नायडू के मजबूरी? नायडू-नीतीश का हाल नवीन पटनायक जैसे होने वाला है? वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष समझा रहे हैं क्यों नायडू हैं बीजेपी के साथ और क्या है मजबूरी?
दक्षिणी राज्यों में परिसीमन को लेकर सियासी गर्मी बढ़ रही है। डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन खुलकर विरोध कर रहे हैं, जबकि चंद्रबाबू नायडू का रुख अलग दिख रहा है। जानिए इसके पीछे की राजनीति।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की छवि आमतौर पर धर्मनिरपेक्ष रही है। यहां तक कि उन्होंने एनडीए का साथ भी धर्मनिरपेक्षता और राज्य के विकास के मुद्दे पर छोड़ा था। वही नायडू अब हिन्दू और हिन्दुत्व की बातें कर रहे हैं। उनका नया बयान चौंकाने वाला है।
आंध्र प्रदेश के टीडीपी सांसद कालिसेट्टी अप्पलानायडू की तीसरे बच्चे के लिए 50,000 रुपये या गाय देने की पेशकश ने आंध्र प्रदेश में हलचल मचा दी है। इसका संबंध राज्या में घटती जनसंख्या और परिसीमन से भी जोड़ा जा रहा है।
अमेरिका द्वारा गौतम अडानी पर रिश्वत देने की योजना का आरोप लगाए जाने के मामले में विरोधियों के निशाने पर रहे जगन मोहन रेड्डी ने जवाब दिया है। जानिए, उन्होंने सफाई में क्या कहा।
दक्षिण भारत के नेताओं को जनसंख्या कम होने से लोकसभा निर्वाचन सीटें कम होने की आशंका है? चंद्रबाबू नायडू ने ज़्यादा बच्चे पैदा करने को क्यों कहा? अब स्टालिन क्यों कह रहे हैं कि 16 बच्चे पैदा करें?
आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में भक्तों को दिए जाने वाले लड्डू को लेकर मचे घमासान के बीच अब मंदिर का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने चौंकाने वाला दावा किया है। जानिए, उन्होंने क्या कहा।
तिरुपति लड्डू प्रसाद को लेकर चल रहे विवाद में अब अयोध्या के राम मंदिर को भी घसीट लिया गया है। वहां के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का आरोप है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी तिरुपति लड्डू प्रसाद बांटा गया था। दक्षिण भारत से शुरू हुआ विवाद अब उत्तर भारत में पहुंच गया है। भाजपा इस मामले का राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। इस पूरे विवाद के खास बिन्दुओं को यहां पेश किया जा रहा है।
आंध्र प्रदेश से वाईएसआरसीपी के दो राज्यसभा सांसदों मोपीदेवी वेंकटरमण राव, बीएम राव ने इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा चुनाव के बाद से टिकट नहीं मिलने से ये लोग नाखुश थे। इससे जगन मोहन रेड्डी की पार्टी को जबरदस्त झटका लगा है, क्योंकि दोनों चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी में शामिल होंगे। कहा जा रहा है कि जगन की पार्टी के कई नेता टीडीपी में शामिल होंगे।
Satya Hindi news Bulletin | हिंदी समाचार बुलेटिन | शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- आप अंधभक्त बने रहेंगे, तो नहीं चलेगा | 'मेरी जिंदगी अब कुछ ज्यादा मुश्किल हो गई है', राहुल गांधी क्यों बोले?
संसद में बीजेपी को अहसास हो गया है कि अब बीजेपी के पास बहुमत नहीं है । लिहाज़ा नहीं चलेगी दादागिरी । मानना पड़ा वक़्फ़ बिल पर सहयोगी दलों का दबाव । बिल भेजा गया संयुक्त संसदीय समिति को । क्यों हारी मोदी सरकार ? आशुतोष के साथ चर्चा विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री, जावेद अंसारी और शीतल पी सिंह ।
क्या तेलुगू देशम पार्टी यानी टीडीपी ने मोदी सरकार के साथ खेल कर दिया? क्या टीडीपी के बदले रुख़ ने उसे वक्फ़ विधेयक को संसदीय समिति भेजने के लिए मजबूर होना पड़ा? क्या