क्या उत्तर भारत और दक्षिण भारत में जनसंख्या असंतुलन है और इस वजह से राजनीति पर इसका असर होने वाला है? कम से कम जिस तरह का इशारा पहले आँध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने किया और अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने साफ़-साफ़ कह दिया है, उससे तो यही संकेत मिलता है। स्टालिन ने कहा है कि 'जब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कमी आ रही है तो कम बच्चे पैदा करने तक सीमित क्यों रहें? हमें 16 बच्चों का लक्ष्य क्यों नहीं रखना चाहिए?'
लोकसभा सीटें घटने की चिंता! नायडू के बाद स्टालिन बोले- 16 बच्चे क्यों नहीं?
- तमिलनाडु
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- 21 Oct, 2024
दक्षिण भारत के नेताओं को जनसंख्या कम होने से लोकसभा निर्वाचन सीटें कम होने की आशंका है? चंद्रबाबू नायडू ने ज़्यादा बच्चे पैदा करने को क्यों कहा? अब स्टालिन क्यों कह रहे हैं कि 16 बच्चे पैदा करें?

दोनों मुख्यमंत्रियों की ऐसी टिप्पणी उन रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें कहा गया है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जनसंख्या के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों का पुनर्गठन करने की योजना बना रही है। यानी अब जो निर्वाचन क्षेत्रों का पुनर्सीमन होगा, इसके लिए जनसंख्या को काफ़ी हद तक आधार बनाया जा सकता है। जैसी चिंता अब दक्षिण के नेता जता रहे हैं, उसके अनुसार जनसंख्या कम होने का मतलब होगा कि लोकसभा निर्वाचन सीटों की संख्या अपेक्षाकृत कम हो जाएगी।