पंजाब से घर वापसी के लिए महज 3 दिन में 6 लाख 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने आवेदन किया है और इनमें से 90 प्रतिशत प्रवासी मजदूर हैं। इस आंकड़े ने राज्य सरकार को तो चौंकाया ही है, औद्योगिक जगत की नींद उड़ा दी है। पंजाब में इंडस्ट्री खोलने की सशर्त छूट दी गई है लेकिन सबके आगे दिक्कत श्रमिकों की है। क्योंकि श्रमिक या तो अपने गृह राज्यों को लौट गए हैं या अब लौटने की तैयारी कर रहे हैं।
कोरोना: पंजाब से घर वापस जाना चाहते हैं 6 लाख मजदूर, इंडस्ट्री-किसानी पर टूटी आफ़त
- पंजाब
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- 4 May, 2020

लॉकडाउन के कारण काम-धंधे बंद होने से प्रवासी मजदूर पंजाब छोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। इससे इंडस्ट्री चलाने वालों और खेती-किसानी करने वालों पर आफ़त टूट पड़ी है।
ऐसे में सवाल यह है कि इंडस्ट्री चलेगी कैसे? औद्योगिक जगत के साथ-साथ सूबे के किसान भी गहरी चिंता में हैं कि प्रवासी मजदूरों के बगैर धान की रोपाई कैसे होगी। व्यापारी क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर मजदूरों की ज़रूरत होती है और इस ज़रूरत को लंबे अरसे से प्रवासी और पूरब से आने वाले मजदूर ही पूरा करते रहे हैं लेकिन अब परिदृश्य एकदम बदल गया है।