पंजाब में किसान विरोध का एक नया तूफ़ान खड़ा हो गया है। हिरासत में लिए गए किसान नेताओं ने अनशन शुरू कर दिया है, तो वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के संगठनों ने बीजेपी और आप पर कॉरपोरेट हितों की चौकीदारी का सनसनीखेज आरोप लगाया है। यह आरोप तब लगा है जब पंजाब की आप सरकार ने किसान नेताओं पर हाल में बड़ी कार्रवाई की है। न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर चल रहा यह संघर्ष अब सिर्फ खेतों की लड़ाई नहीं, बल्कि सत्ता और किसानों के बीच की जंग बन गया है।