पंजाब में किसान आंदोलन के ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को आमने-सामने ला खड़ा किया है। क्या यह इंडिया गठबंधन के लिए ख़तरे की घंटी है? जानिए पूरी रिपोर्ट।
हिरासत में लिए गए किसान नेताओं ने अनशन जारी रखा है। संयुक्त किसान मोर्चा समूहों ने आरोप लगाया कि आप और भाजपा कॉरपोरेट हितों के लिए काम कर रही हैं। किसानों के आंदोलन को लेकर राजनीतिक घमासान तेज।
किसान संगठनों ने पंजाब पुलिस के जुल्म के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है। पंजाब में भी चक्का जाम शुरू हो गया है। दिल्ली में संसद परिसर में कांग्रेस सांसदों ने प्रदर्शन किया।
पंजाब में किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर सहित 200 से अधिक किसानों की गिरफ्तारी से तनाव बढ़ा। चुनावी वादों पर अब सवाल उठ रहे हैं – क्या आप सरकार किसानों से किए वादे भूल गई?
पंजाब में किसानों के 'चंडीगढ़ चलो' प्रदर्शन पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई। पुलिस द्वारा रोके जाने के बावजूद किसान अपनी मांगों पर अड़े। जानें आंदोलन की मौजूदा स्थिति और आगे की रणनीति।
पीएम मोदी ने गुरुवार को पटियाला में रैली को संबोधित किया। भाषण में कोई उल्लेखनीय बात मोदी ने नहीं कही। हालांकि इस दौरान शहर में किसानों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बनी रही। करीब 7500 जवान मोदी की सुरक्षा में तैनात थे। इस रैली से भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किनारा कर लिया और वे बीमार पड़ गए हैं। हालांकि पटियाला से उनकी पत्नी परणीत कौर भाजपा प्रत्याशी है। किसानों का प्रदर्शन डीसी पटियाला दफ्तर के अलावा शहर के बाहरी इलाकों मे ंजगह-जगह हुआ। पुलिस ने कई एंट्री प्वाइंट पर किसानों को रोक दिया।
प्रधानमंत्री मोदी की गुरुवार 23 मई को हरियाणा और पंजाब में रैलियां हैं। लेकिन पटियाला रैली को लेकर किसानों से टकराव की स्थिति है। किसानों ने कहा है कि वे रैली के चारों तरफ नाकाबंदी करेंगे और किसी को जाने नहीं देंगे। मोदी की रैली के लिए पटियाला किले में तब्दील हो गया है और सरकार ने 7500 जवानों को तैनात कर दिया है।
पंजाब के किसानों का संघर्ष रंग लाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन की घोषणा के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने आज मंगलवार दोपहर को जीरा की शराब फैक्ट्री को बंद करने का आदेश जारी किया। इस शराब फैक्ट्री के प्रदूषित पानी से किसानों की फसल तबाह हो रही थी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देर शाम घोषणा की है कि पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले की जांच तीन सदस्यीय कमेटी करेगी। पंजाब सरकार पहले ही जांच की घोषणा कर चुकी है। अभी यह साफ नहीं है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की जांच के दायरे में एनएसजी होगी या नहीं। क्योंकि पीएम की सुरक्षा का जिम्मा एनएसजी के पास होता है, उसमें राज्य सरकार का कोई दखल नहीं होता है।
किसानों के 8 दिसंबर के भारत बंद के समर्थन में विपक्षी दल भी आ गए हैं। इसका समर्थन कांग्रेस से लेकर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप, तृणमूल, आरजेडी, समाजवादी पार्टी, टीआरएस, डीएमके और कई वामपंथी दलों ने भी किया है।
किसान अड़े हैं। कृषि क़ानूनों को वापस लेने से कुछ भी कम स्वीकार नहीं है। हाँ और ना में जवाब चाहते हैं। इसका क्या मतलब है? शनिवार को पत्रकारों से ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मौला ने कहा, 'लगता है सरकार इन क़ानूनों के वापस लेगी।'
प्रसिद्ध कृषि विशेषज्ञ देवेंद्र शर्मा का कहना है कि सरकार को एक और कानून लाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देना चाहिए। किसानों के साथ समझौते का यही सबसे बड़ा आधार हो सकता है।
किसानों ने गृह मंत्री अमित शाह की बातचीत की पेशकश को ठुकरा दिया है। गृह मंत्री ने एक दिन पहले ही कहा था कि सरकार किसानों की सभी माँगों पर बात करने को तैयार है बशर्ते वे सरकार द्वारा तय जगह पर चले जाएँ।