पंजाब में 19 मार्च को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के धरने पर पुलिस की सख़्त कार्रवाई ने न सिर्फ़ किसानों को हिला दिया, बल्कि इंडिया गठबंधन की एकता को भी गहरी चोट पहुंचाई है। पंजाब पुलिस ने धरना ख़त्म करवाने के लिए बल प्रयोग किया और जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर जैसे प्रमुख किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया। यह सब उस वक़्त हुआ, जब ये नेता चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाक़ात के बाद लौट रहे थे। इस घटना ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को आमने-सामने ला खड़ा किया है, जिससे गठबंधन में पहले से मौजूद दरारें और चौड़ी हो गई हैं। कांग्रेस ने आप की पंजाब सरकार और बीजेपी की केंद्र सरकार को एक साथ निशाने पर लिया है। सवाल यह है कि क्या यह इंडिया गठबंधन के लिए ख़तरे की घंटी है, या सियासी नाटक का नया अध्याय?