पंजाब में 19 मार्च को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के धरने पर पुलिस की सख़्त कार्रवाई ने न सिर्फ़ किसानों को हिला दिया, बल्कि इंडिया गठबंधन की एकता को भी गहरी चोट पहुंचाई है। पंजाब पुलिस ने धरना ख़त्म करवाने के लिए बल प्रयोग किया और जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर जैसे प्रमुख किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया। यह सब उस वक़्त हुआ, जब ये नेता चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाक़ात के बाद लौट रहे थे। इस घटना ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को आमने-सामने ला खड़ा किया है, जिससे गठबंधन में पहले से मौजूद दरारें और चौड़ी हो गई हैं। कांग्रेस ने आप की पंजाब सरकार और बीजेपी की केंद्र सरकार को एक साथ निशाने पर लिया है। सवाल यह है कि क्या यह इंडिया गठबंधन के लिए ख़तरे की घंटी है, या सियासी नाटक का नया अध्याय?
किसान आंदोलन: कांग्रेस-आप टकराव से इंडिया गठबंधन में दरार?
- विश्लेषण
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- 21 Mar, 2025
पंजाब में किसान आंदोलन के ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को आमने-सामने ला खड़ा किया है। क्या यह इंडिया गठबंधन के लिए ख़तरे की घंटी है? जानिए पूरी रिपोर्ट।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आप और बीजेपी को किसान विरोधी करार दे दिया है। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर दोनों पार्टियाँ देश के अन्नदाताओं के ख़िलाफ़ आपराधिक कदम उठा रही हैं। खड़गे ने एक्स पर लिखा, 'देश मंदसौर में बीजेपी शासन के दौरान किसानों पर गोलीबारी, लखीमपुर खीरी में मोदी सरकार के मंत्री के बेटे द्वारा किसानों को कुचलना और 2015 में केजरीवाल की रैली में एक राजस्थानी किसान की आत्महत्या को नहीं भूला।'