किसान अड़े हैं। कृषि क़ानूनों को वापस लेने से कुछ भी कम स्वीकार नहीं है। हाँ और ना में जवाब चाहते हैं। इसका क्या मतलब है? किसानों में आत्मविश्वास दिखता है। शनिवार को पत्रकारों से ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मौला ने कहा, 'लगता है सरकार इन क़ानूनों के वापस लेगी।' किसानों को ऐसा विश्वास क्या इसलिए भी हो रहा है कि सरकार अपने स्तर पर किसानों को मनाने की तैयारी कर रही है? सरकार पर चौतरफ़ा दबाव है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दबाव पड़ने लगा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो किसानों का समर्थन कर चुके हैं और भारत की तीखी प्रतिक्रिया के बावजूद वह अपनी बात पर कायम हैं। ब्रिटेन के भी कुछ सांसदों ने प्रयास शुरू किये हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया में किसान आंदोलन ख़बर बन रहा है।
किसानों को विश्वास, कृषि क़ानून वापस लेगी सरकार?
- देश
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- अमित कुमार सिंह
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- 6 Dec, 2020


अमित कुमार सिंह
किसान अड़े हैं। कृषि क़ानूनों को वापस लेने से कुछ भी कम स्वीकार नहीं है। हाँ और ना में जवाब चाहते हैं। इसका क्या मतलब है? शनिवार को पत्रकारों से ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मौला ने कहा, 'लगता है सरकार इन क़ानूनों के वापस लेगी।'