पंजाब में नशे के खिलाफ बिना किसी रणनीति के लड़ाई छेड़ी गई है। राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार है। इस पार्टी का यह चुनावी वादा था कि वो पंजाब से नशे को खत्म करेगी। दिल्ली में सत्ता गंवाने के बाद आप प्रमुख केजरीवाल को यह वादा याद आ गया और वो नशे के खिलाफ आंदोलन छेड़ने पंजाब आ गए। पंजाब में बुधवार को नशे के खिलाफ 'युद्ध नशे विरुद्ध' रैली का आयोजन हुआ। जिसमें जगह-जगह स्कूलों, कॉलेजों के छात्रों ने रैली में हिस्सा लिया। ऐसी ही एक रैली को पंजाब के सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल को रवाना किया।
पंजाबः आप सरकार नशे के खिलाफ लड़ने चली है लेकिन न रणनीति है न डेटा
- पंजाब
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- 5 Apr, 2025
नशे के खिलाफ पंजाब की लड़ाई खराब बुनियादी ढांचे, डॉक्टरों की कमी और अपर्याप्त डेटा संग्रह के कारण महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है। आप की सरकार है। उसके प्रमुख केजरीवाल पिछली सरकारों को जिम्मेदार बता रहे हैं। साथ ही यह भी कह रहे हैं कि सिर्फ सरकार और पुलिस इससे नहीं लड़ सकती।
