शिरोमणि अकाली दल के बड़े नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर ड्रग मामले में हुई एफआईआर और लुकआउट नोटिस ने फौरी तौर पर पार्टी को बुरी तरह से बैकफुट पर ला दिया है। इसलिए भी कि सूबे के माझा इलाके की 25 विधानसभा सीटों पर शिरोमणि अकाली दल को मजीठिया पर भरोसा था। हालाँकि दोआबा में भी वह काफी सक्रिय थे। दोनों इलाकों में मजीठिया शिरोमणि अकाली दल का 'स्टार चेहरा' रहे हैं।

शिरोमणि अकाली दल के बड़े नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के ख़िलाफ चन्नी सरकार की कार्रवाई से क्या अकाली दल की मुश्किलें बढ़ेंगी?
एक ही दिन में आलम बदल गया। पूरे पंजाब में पूछा जा रहा है कि बिक्रमजीत सिंह मजीठिया अगर बेगुनाह हैं तो एफआईआर दर्ज होते ही राज्य पुलिस की सुरक्षा छोड़कर इस मानिंद गायब अथवा लापता क्यों हो गए?
माना जा रहा है कि मजीठिया पर हाथ डालने का मतलब बादल परिवार पर हाथ डालना है। इसीलिए सबसे पहले बड़े बादल प्रकाश सिंह बादल ने आवाज बुलंद की।