कभी पंजाब की राजनीति को नियंत्रित करने वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल में जबरदस्त फूट पड़ गई है। विभिन्न गुट समानान्तर बैठकें कर रहे हैं। सुखबीर सिंह बादल से इस्तीफा मांगा जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी सिर्फ एक सीट ही जीत सकी।
अकाली दल ने पीएम मोदी के वीडियो बयान पर पहली बार सीधे प्रधानमंत्री को निशाना बनाया है। जानिए, आख़िर अकाली दल के नेता ने क्यों कहा कि नफ़रत एक अलग स्तर पर पहुँच गई है।
पंजाब की राजनीति में हाशिए पर जाते दिख रहे शिरोमणि अकाली दल क्या अब अपनी रणनीति बदलने की तैयारी में है? जानिए, सुखबीर सिंह बादल ने बेअदबी मामले में क्या कहा है।
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी अभी भी नहीं हुई है और इसी बहाने अकाली अपनी खोयी राजनीतिक ज़मीन तलाशने में जुट गए हैं। तो क्या उनका वोटबैंक मज़बूत हो रहा है?
पंजाब की सियासत में पिछले 3 दशक में एसजीपीसी और शिरोमणि अकाली दल पर बादल परिवार की मजबूत पकड़ रही है लेकिन लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने के बाद पार्टी के अंदर से प्रकाश और सुखबीर बादल के नेतृत्व को चुनौती मिलनी शुरू हुई है। इससे शिरोमणि अकाली दल के सियासी भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।
लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने के बाद बादलों के नेतृत्व को चुनौती मिलनी शुरू हुई है। ऐसे में क्या वास्तव में शिरोमणि अकाली दल के भीतर बादलों के अलावा किसी और को पार्टी का नेतृत्व दिया जा सकता है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। BJP से नाता तोड़ने के बाद अकाली नेता की जेड+ सुरक्षा हटाई।चुनाव से पहले बंगाल में ‘बाहरी’ और बंगाली का कैंपेन तेज
अब अकाली दल ने छोड़ा बीजेपी का साथ। मोदी के पेज पर बढ़ रहे हैं डिसलाइक्स? बेरोज़गारी बना जी का जंजाल! मोदी का जादू कम? आशुतोष के साथ विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री, अकू श्रीवास्तव।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के बीजेपी के साथ छोड़ने के बाद कई तरह के सवाल पंजाब की सियासत में खड़े हो रहे हैं।
केंद्र के कृषि सेवा अध्यादेश-2020 की घोषणा के साथ ही पंजाब में इसका बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। बीजेपी का गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल भी इसके ख़िलाफ़ मुखर है।
नागरिकता क़ानून, देश के मौजूदा हालात और धर्मनिरपेक्षता को लेकर दिख रहे ख़तरे पर अकाली दल सियासतदान प्रकाश सिंह बादल ने नाम लेने से परहेज करते हुए बीजेपी, आरएसएस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खुलकर घेरा है।Satya Hindi