पंजाब में अकाली पिछले कुछ चुनावों में हासिए पर चले गए हैं। उनकी राजनीतिक ज़मीन भी खिसकती चली गई है। लेकिन अब लगता है कि अकाली सक्रिए हो गए हैं। फिर से उन्होंने वही पंथिक राजनीति में अपनी ज़मीन तलाशना शुरू कर दिया है जो उनका पारंपरिक वोटबैंक रहा है। अकाली को ताज़ा मौक़ा मिला है अमृतपाल सिंह प्रकरण में।
अमृतपाल मामला: अकाली ढूंढ रहे वोटबैंक मज़बूत करने का मौक़ा?
- पंजाब
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- 26 Mar, 2023
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी अभी भी नहीं हुई है और इसी बहाने अकाली अपनी खोयी राजनीतिक ज़मीन तलाशने में जुट गए हैं। तो क्या उनका वोटबैंक मज़बूत हो रहा है?

कट्टरपंथी विचारों वाला 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख अमृतपाल सिंह 'फरार' है और पंजाब पुलिस उसे पिछले कई दिनों से ढूंढ रही है। पंजाब में यह कार्रवाई अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों द्वारा अपने एक सहयोगी की रिहाई के लिए तलवारें और बंदूकें लेकर अजनाला पुलिस थाने में घुसने के एक महीने बाद हुई है। उस झड़प में छह पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे। अमृतपाल सिंह को अक्सर सशस्त्र समर्थकों के घेरे में देखा जा सकता है। वो खुले तौर पर भारत से अलगाव की घोषणा करने और खालिस्तान बनाने के बारे में बयान देता रहता है। अधिकारियों ने कहा कि अमृतपाल सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हुए है।