नागरिकता संशोधन क़ानून पर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के रोज बदलते रुख से नाराज़ बीजेपी ने अब इसके प्रतिद्वंदी अकाली नेताओं से हाथ मिलाने की पूरी तैयारी कर ली है। माना जा रहा है कि हरसिमरत कौर बादल के मंत्री पद के लालच के चलते शिअद फिलहाल गठबंधन तोड़ने की पहल नहीं कर रहा है लेकिन उसने बीजेपी से पिंड छुड़ाने का फ़ैसला कर लिया है। बीजेपी अब शिअद के बाग़ी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ खुलकर नज़दीकियां बढ़ा रही है। इसी क्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार की देर रात ढींढसा से लंबी मुलाक़ात की। हालांकि दोनों पक्ष इसे 'बधाई मिलन' और 'शिष्टाचार मुलाक़ात' बता रहे हैं लेकिन दोनों के बीच भविष्य की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई है। ख़ुद सुखदेव सिंह ढींढसा और बीजेपी के कुछ नेताओं ने इस मुलाकात की पुष्टि की है।