पंजाब में भाजपा ने कहा कि वो अकेले लोकसभा की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा ने वो वजह नहीं बताई कि आखिर अपने अभिन्न राजनीतिक मित्र अकालियों से भाजपा का समझौता क्यों नहीं हुआ। इस घटनाक्रम से साफ हो गया कि पंजाब में अब मुकाबला कांग्रेस-आप और अकालियों के बीच होगा, भाजपा इस लड़ाई में चौथे नंबर पर रहेगी।हालांकि अगर पंजाब में कांग्रेस-आप का समझौता हो गया तो अकालियों के लिए भी मुस्किल होगी। जानिए कि क्या है पंजाब में समझौता न होने की असली वजह।