लोकसभा चुनाव की सबसे बड़ी खबर यही है कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का चुनावी गठबंधन नहीं हो पाया। यह एक तरह से भाजपा को झटका है। क्योंकि वो पिछले दो महीने से अकालियों से बैठकें कर रही थी लेकिन समझौते तक नहीं पहुंच पा रही थी। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं। अकाली-भाजपा समझौते का सीधा असर यह होने वाला है कि पंजाब में मुकाबला त्रिकोणीय रहेगा। एकाध सीट भाजपा जरूर प्रभावित कर लेगी लेकिन वो लड़ाई में कहीं नहीं है। लेकिन पहले यह जानिए कि आखिर भाजपा-अकालियों में बात क्यों नहीं बनी।
भाजपा को पंजाब में अकालियों से झटकाः इसलिए नहीं हुआ समझौता
- पंजाब
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- 26 Mar, 2024
पंजाब में भाजपा ने कहा कि वो अकेले लोकसभा की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा ने वो वजह नहीं बताई कि आखिर अपने अभिन्न राजनीतिक मित्र अकालियों से भाजपा का समझौता क्यों नहीं हुआ। इस घटनाक्रम से साफ हो गया कि पंजाब में अब मुकाबला कांग्रेस-आप और अकालियों के बीच होगा, भाजपा इस लड़ाई में चौथे नंबर पर रहेगी।हालांकि अगर पंजाब में कांग्रेस-आप का समझौता हो गया तो अकालियों के लिए भी मुस्किल होगी। जानिए कि क्या है पंजाब में समझौता न होने की असली वजह।
