बीजेपी का सबसे पुराना साथी रहे शिरोमणि अकाली दल ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए का साथ छोड़ दिया है। विवादास्पद तीन कृषि विधेयकों पर असहमति व्यक्त करते हुए अकाली दल ने शनिवार देर शाम को एनडीए से अलग होने की घोषणा की। दस दिन पहले ही अकाली दल ने मोदी मंत्रिमंडल से अलग होने का फ़ैसला लिया था और तब हरसिमरत कौर ने इस्तीफ़ा दे दिया था। अकाली किसानों के साथ खड़े होने का दावा करते हुए मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं। कृषि विधेयकों के ख़िलाफ़ पंजाब और हरियाणा में किसानों में ज़बरदस्त ग़ुस्से के बाद अकाली दल बीजेपी के ख़िलाफ़ आया है। शिवसेना के बाद अकाली दल ऐसी दूसरी पार्टी है जो एनडीए के सबसे पुराने साथी थी और जो बीजेपी से नाराज़ होकर अलग हो गई।