पंजाब के किसानों ने जब कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन की शुरुआत की तो तब इसकी गूंज राज्य से बाहर नहीं थी। लेकिन 26 नवंबर को जब किसान पंजाब से चले और हरियाणा की बीजेपी सरकार ने उन्हें रोकने की पुरजोर कोशिश की, उसके बाद हरियाणा के साथ ही तमाम राज्यों किसान, मजदूर संगठन इस आंदोलन के साथ जुड़ गए।