प्रकृति के प्रहरी पद्म विभूषण सुंदरलाल बहुगुणा का चले जाना भारत ही नहीं पूरे विश्व के जल-जंगल और ज़मीन की आवाज़ का ख़ामोश हो जाना है। दुनिया ही नहीं भारत के भी अधिकांश लोग उन्हें पेड़ों की रक्षा के लिए उत्तराखंड में चले चिपको आंदोलन के सूत्रधार के रूप में जानते हैं। उन्हें वृक्षमित्र के नाम से पुकारा जाता है।