श्याम बेनेगल नहीं रहे। अभी हाल में अपनी जिंदगी के 90वें पड़ाव को पार करते हुए अपने साथियों और चहेतों से घिरे हुए श्याम बाबू के चेहरे पर वही मुस्कान थी जो इनके व्यक्तित्व को उभारती थी, फिल्म जगत में उनके हिमालय सी शख्सियत को और बुलंदी देती थी। बीमार चल रहे थे मगर फिर भी सवालों के जवाब में नई फ़िल्मों के विषयवस्तु की बात कर रहे थे, और उनके चाहने वाले दुआ कर रहे थे कि तबीयत संभले और श्याम बेनेगल एक और फिल्म इस देश दुनिया और समाज को भेंट करें...।