भारत का कोरोना संकट अब भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है। ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव में और अस्पतालों में जगह न मिल पाने के कारण लोग बड़ी संख्या में दम तोड़ रहे हैं। CNN ने मेरठ के एक सरकारी अस्पताल में रोगियों की दशा पर मुख्य अंतरराष्ट्रीय संवाददाता क्लेरिसा वॉर्ड की ऐसी दर्दनाक रिपोर्ट दिखाई है जिसे देखकर किसी का भी कलेजा मुँह को आ सकता है।
मोदी सरकार की ग़लती का ख़ामियाज़ा भारत ही नहीं, पूरी दुनिया भुगतेगी
- विचार
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- 5 May, 2021
जिस सरकार को यह बात ही समझ में नहीं आई कि इस महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण कितना ज़रूरी है उससे दूसरी लहर के पूर्वानुमान की अपेक्षा रखना और उसकी तैयारी में ऑक्सीजन, दवाओं और बिस्तरों का प्रबंध करने की उम्मीद रखना बेमानी है। अफ़सोस की बात यह है कि चीन, अमेरिका और यूरोप में महामारी से हो रहे विनाश को साल भर देखकर भी मोदी जी उससे बचाव के प्रबंध नहीं कर पाए।
भारत के अधिकतर सरकारी अस्पतालों के हालात मेरठ के सरकारी अस्पताल जैसे ही या उससे भी बदतर हैं। केंद्र और राज्य सरकारें पिछले दो सप्ताह से सारे जतन करने के बावजूद ऑक्सीजन, दवाओं और बिस्तरों की बढ़ती माँग को पूरा नहीं कर पा रही हैं। इससे साफ़ हो चुका है कि देश भर में चीनी शहर वूहान जैसे हालात हो चुके हैं। अकेले वूहान ने दुनिया को तबाह कर दिया, भारत का तो तकरीबन हर शहर वूहान बन चुका है।