हिन्दी साहित्य में ऐसे विरले ही कथाशिल्पी हुए हैं, जिन्होंने अपने लेखन को दृश्य-श्रव्य जैसे संप्रेषणीय माध्यमों से जोड़कर, आम लोगों तक बड़े ही कामयाबी से पहुँचाया हो। साहित्य की तमाम विधाओं से लेकर जिनकी कलम का जादू मीडिया, रेडियो, टेलीविज़न, वृत्तचित्र, फिल्म आदि सभी माध्यमों में समान रूप से चला हो। प्रख्यात कथाकार मनोहर श्याम जोशी ऐसा ही एक नाम है। वे लोकप्रिय मीडिया माध्यमों के साथ-साथ भारतीय साहित्यिक जगत के महत्त्वपूर्ण लेखक थे।