उर्दू अदब में जोश मलीहाबादी वह आला नाम है, जो अपने इंक़लाबी कलाम से शायर-ए-इंक़लाब कहलाए। जोश का सिर्फ़ यह एक अकेला शे’र, “काम है मेरा तगय्युर (कल्पना), नाम है मेरा शबाब (जवानी)  मेरा नाम ‘इंकलाबो, इंकलाबो, इंकिलाब’’ ही उनके तआरुफ और अज्मत को बतलाने के लिए काफ़ी है। वरना, उनके अदबी खजाने में ऐसे-ऐसे क़ीमती हीरे-मोती हैं, जिनकी चमक कभी कम नहीं होगी।