'आजकल गाँवों में अस्पृश्यता लगभग लुप्त हो गई है। सब कुछ सचमुच बदल गया है! अब तो वे गाँव की अनाज पीसनेवाली मशीन पर हमें अपने अनाज भी पीसने देते हैं!' नलिता ने कहा।
प्रेमचंद 140 : 21 वीं कड़ी : भारतीय जीवन पद्धति को पूरी तरह बदल देना चाहते थे प्रेमचंद
- साहित्य
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- 28 Aug, 2020

प्रेमचंद और उनकी तरह दूसरे लेखकों को अगर गाँधी ने प्रभावित किया तो सिर्फ अंग्रेजों से लड़ने के उनके तरीके की वजह से नहीं, बल्कि इसलिए कि वे अस्पृश्यता पर आघात करके भारतीय जीवन पद्धति को ही पूरी तरह बदल देना चाहते थे। लेकिन यह कैसे होगा?