सबरीमला मंदिर में 10 से 50 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश देने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर आगे क्या होगा, सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं। क़ानून व्यवस्था के नाम पर शीर्ष अदालत के इस फ़ैसले पर राज्य सरकार सख़्ती से अमल करेगी या इसे सात सदस्यीय संविधान पीठ को सौंपे जाने की व्यवस्था की आड़ में रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश नहीं करने देगी, यह सवाल उठ रहा है।