केरल के महात्मा गांधी विश्वविद्यालय में पीएचडी स्कॉलर के साथ लंबे वक़्त से कथित तौर पर 'जातिगत भेदभाव' के लिए एक प्रोफेसर नंदूकुमार कलारिकल को अब हटाया गया है। दलित और पीएचडी स्कॉलर दीपा पी मोहनन द्वारा इसके लिए भूख हड़ताल करने के क़रीब एक हफ़्ते बाद यह कार्रवाई की गई।
केरल: दलित छात्रा से 'जातिगत भेदभाव' के आरोप झेल रहे प्रोफेसर हटाए गए
- केरल
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- 9 Nov, 2021
केरल के महात्मा गांधी विवि में स्कॉलर दीपा पी मोहनन सात साल में भी पीएचडी पूरा नहीं करने के लिए एक प्रोफेसर पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाती रहीं, लेकिन जब भूख हड़ताल की तब कार्रवाई हुई।

दीपा पी मोहनन प्रोफ़ेसर को हटाने की मांग को लेकर 29 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर थीं। जब इस मामले में काफ़ी दबाव पड़ा और केरल के एक मंत्री ने कार्रवाई की बात कही तो विश्वविद्यालय के वीसी ने शनिवार को कहा था कि नंदूकुमार कलारिकल का पद वह खुद संभालेंगे। इसमें साफ़ तौर पर यह ज़िक्र नहीं था कि कलारिकल को हटाया गया है। लेकिन सोमवार को महात्मा गांधी विश्वविद्यालय ने साफ़ तौर पर कहा कि नंदूकुमार कलारिकल को इंटरनेशनल एंड इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर नैनोसाइंस एंड नैनो टेक्नोलॉजी यानी IIUCNN से पूरी तरह से हटा दिया गया है। दलित अधिकार से जुड़े लोगों और संगठनों ने इसे संवैधानिक मूल्यों की जीत बताया।