गोवा में 40 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इन सीटों पर तीन सौ से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रमोद सावंत को बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है और आम आदमी पार्टी ने अमित पालेकर को अपना सीएम उम्मीदवार चुना है। कांग्रेस ने किसी भी नेता को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश नहीं किया है। टीएमसी और आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में उतरने से चुनाव प्रचार खासा रोमांचक रहा।
गोवा के लिए वोटों की गिनती चार अन्य राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और पंजाब के साथ 10 मार्च को होगी।
कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में मौजूदा सीएम और बीजेपी नेता प्रमोद सावंत, मंत्री चंद्रकांत कावलेकर, मनोहर अजगांवकर, नीलेश जोआओ काबराल, विश्वजीत राणे की पत्नी दिव्या राणे, पूर्व बीजेपी नेता उत्पल पर्रिकर (निर्दलीय), आप के अमित पालेकर, दलीला लोबो और विजय सरदेसाई व अन्य शामिल हैं।
राज्य में कई नेताओं ने घर-घर जाकर प्रचार किया। चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए कोविड से संबंधित प्रतिबंधों को देखते हुए वर्चुअल रैलियाँ भी की गईं।
देश के सबसे अमीर राज्यों में से एक गोवा में प्रति व्यक्ति आय क़रीब 3 लाख रुपये है। यहाँ 88% साक्षरता दर है। चुनावी विश्लेषण के लिहाज से राज्य को दो क्षेत्रों- उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा के रूप में देखा जा सकता है।
उत्तर गोवा में 19 सीटें हैं और यहाँ 76% हिंदू और 16% ईसाई हैं। यह क्षेत्र महाराष्ट्र से सटा हुआ है। दक्षिण गोवा में 21 सीटें आती हैं। यहाँ 53% हिंदू और 36% ईसाई हैं। यह कर्नाटक से सटा हुआ है।
नीचे के ग्राफिक्स में पढ़िए, गोवा में 2012 के विधानसभा चुनाव में उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा में किस पार्टी को कितनी सीटें और कितने प्रतिशत वोट मिले-
नीचे के ग्राफिक्स में पढ़िए, गोवा में 2014 के आम चुनावों में उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा में किस पार्टी को कितनी सीटों पर बढ़त रही और कितने प्रतिशत वोट मिले-
नीचे के ग्राफिक्स में पढ़िए, गोवा में 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा में किस पार्टी को कितनी सीटें और कितने प्रतिशत वोट मिले-
नीचे के ग्राफिक्स में पढ़िए, गोवा में 2019 के आम चुनावों में उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा में किस पार्टी को कितनी सीटों पर बढ़त रही और कितने प्रतिशत वोट मिले-
बता दें कि राज्य में बीजेपी लगातार दूसरी बार सत्ता में है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वह इस बार एंटी इंकंबेंसी की वजह से वापसी करेगी। लेकिन टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने चुनावी मुक़ाबला रोचक बना दिया है। कौन सी पार्टी बाजी मारेगी यह 10 मार्च को साफ हो जाएगा।
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