ये अंदेशा तो पहले से था कि कहीं बीजेपी सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनके साथ दिवंगत हुए दूसरे सैन्य अधिकारियों की शहादत को भुनाने की कोशिश तो नहीं करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनरल रावत की अंत्येष्टि के अगले ही दिन उत्तर प्रदेश में बलरामपुर की चुनावी सभा में इस अंदेशे को सही साबित कर दिया। इस मौक़े पर उन्होंने जनरल रावत की सेवाओं का ज़िक्र करते हुए श्रद्धांजलि दी।