तथाकथित धर्म संसदों में महात्मा गाँधी को दी गई ग़ालियाँ हिंदुत्व की राजनीति के नए चरण में प्रवेश की एक और उद्घोषणा है। ये उद्घोषणा बताती है कि हिंदुत्व अब और अतिवादी हो रहा है, हिंसक रूप अख़्तियार करने जा रहा है। चाहे मुसलमानों के सफाए की बात हो या फिर गाँधी पर भद्दी टिप्पणियों की बौछार दोनों ही तालिबानी हिंदुत्व के आगमन का शंखनाद है।