काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेगा शो और राहुल गाँधी का यह कहना कि भारत में हिंदुओं का राज होना चाहिए, मौजूदा भारत की राजनीति को समझने के लिए काफी है। वैसे तो लगातार ऐसे प्रमाण मिल रहे थे कि हमारी राजनीति कौन सी दिशा अख़्तियार कर रही है, मगर ये दो प्रकरण तो जैसे हमारी आँखों में उँगली डालकर बता रहे हैं कि अगर कहीं कोई शक़ बाक़ी हो तो दूर कर लो।
हिंदू तुष्टिकरण और भारतीय राजनीति के हिंदूकरण का दौर
- देशकाल
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- 19 Dec, 2021

मोदी-योगी के सारे करतब-कारनामे राजनीति को पूरी तरह से हिंदूमय कर देने का है। दुर्भाग्य ये है कि दूसरी पार्टियाँ भी जाने-अनजाने यही कर रही हैं। अरविंद केजरीवाल से लेकर ममता बनर्जी और राहुल-प्रियंका तक हिंदू तुष्टिकरण के ज़रिए राजनीति के हिंदूकरण में योगदान दे रहे हैं।
ये दो प्रकरण हमें बता रहे हैं कि धीरे-धीरे हिंदू तुष्टिकरण अब अपने चरम पर पहुँचने लगा है। हालाँकि इसकी शुरुआत बहुत पहले हो चुकी थी। अगर हम आज़ादी के पहले न भी जाना चाहें तो उसके बाद संविधान के निर्माण की प्रक्रिया में दिखा और फिर बाद की राजनीति में अपना प्रभाव बढ़ाता रहा।