शाहीन बाग़ में बैठे प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर को बीजेपी ने बुधवार को जैसे ही पार्टी में शामिल किया, सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। बीजेपी की इतनी जबरदस्त किरकिरी हुई कि उसे तुरंत कपिल गुर्जर को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा। कपिल गुर्जर का बीजेपी नेताओं ने माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर पार्टी में स्वागत किया था। इसका वीडियो कुछ ही मिनटों में रफ़्तार पकड़ गया था। कपिल गुर्जर दिल्ली-नोएडा की सीमा पर स्थित गांव दल्लूपुरा का रहने वाला है।
विवाद बढ़ने पर कपिल गुर्जर के पिता ने कहा था कि उनका बेटा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का सेवक है। तब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कपिल के पिता के इस वीडियो को रीट्वीट करते हुए कहा था कि बीजेपी दिल्ली की क़ानून व्यवस्था और देश की सुरक्षा के साथ गंदी राजनीति और खिलवाड़ कर रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग़ एक बड़ा मुद्दा बना था। बीजेपी ने अपना पूरा चुनाव शाहीन बाग़ के इर्द-गिर्द लड़ा था। लेकिन उसे बुरी तरह हार मिली थी।
Delhi: The man, who had fired bullets in Shaheen Bagh area, has been taken by police into their custody. More details awaited. https://t.co/MmCwK1l58m pic.twitter.com/cDmaDrIXa6
— ANI (@ANI) February 1, 2020
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कपिल के पिता ने कहा था, ‘हमने आज तक आम आदमी पार्टी की सदस्यता नहीं ली है। हमारा किसी पार्टी से कोई मैटर नहीं है। मेरा लड़का मेरे साथ दूध का काम करता है और उसे राजनीति से कोई मतलब नहीं है।’
कपिल के चाचा फतेह सिंह ने भी कहा था कि कपिल का या परिवार के किसी और सदस्य का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा था कि कपिल का कोई दोस्त भी आम आदमी पार्टी से या किसी दूसरे राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से दावा किया गया था कि कपिल गुर्जर के मोबाइल फ़ोन से उसकी इस पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ फ़ोटो मिली थीं। लेकिन आम आदमी पार्टी की ओर से पुलिस के कपिल के उनकी पार्टी का सदस्य होने के दावे को पूरी तरह ग़लत बताया गया था।
नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ शाहीन बाग़ में चल रहे प्रदर्शन में बड़ी संख्या मुसलमानों की थी। तब मुसलिम महिलाओं के ख़िलाफ़ ट्विटर पर आपत्तिजनक बातें कही गई थीं।
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