बारिश के बाद प्रदूषण से कुछ राहत मिली थी, लेकिन दिवाली के अगले ही दिन हवा बेहद ज़हरीली हो गई। प्रदूषण बेतहाशा बढ़ा। फेफड़ों को प्रभावित करने वाला प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम2.5 एक दिन में 140% बढ़ गया। ऐसा तब हुआ जब दिवाली की रात ख़ूब पटाखे छोड़े गए।