खिलाड़ी जब अनाड़ी हो तो फिर ऐसा ही होता है, जैसा केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के साथ हुआ। पुरी ने अति उत्साह में कह डाला, ‘हम दिल्ली का आगामी विधानसभा चुनाव मनोज तिवारी के नेतृत्व में लड़ेंगे और उन्हें दिल्ली का सीएम बनाकर ही छोड़ेंगे।’ विधानसभा का चुनाव मनोज तिवारी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा, इस बात से तो कोई इनकार नहीं कर सकता और किसी को एतराज भी नहीं हो सकता। क्योंकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मनोज तिवारी को तो दिल्ली का चुनाव लड़ाना ही है लेकिन हरदीप पुरी के अगले वाक्य - ‘हम उन्हें दिल्ली का सीएम बनाकर ही छोड़ेंगे’ ने तो जैसे आम आदमी पार्टी (आप) की मुराद ही पूरी कर दी।