दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार रोज़ाना नयी-नयी घोषणाएँ कर रही है। मुफ़्त बिजली-पानी से लेकर महिलाओं की बसों की मुफ़्त सवारी, मुफ़्त तीर्थयात्रा, ऑटो-टैक्सी वालों, वकीलों और यूथ को आकर्षित करने के लिए फ़्री वाई-फ़ाई, महिला सुरक्षा के नाम पर बसों में सीसीटीवी कैमरे वगैरह-वगैरह। रोज़ाना इतना कुछ घोषित किया जा रहा है कि जनता के सामने सुविधाओं का पिटारा खुल गया है। हर कोई हैरान है कि आख़िर केजरीवाल की घोषणाओं की पोटली में और क्या-क्या है।
बीजेपी क्यों चाहती है कि दिल्ली में कांग्रेस फिर से ज़िंदा हो?
- दिल्ली
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- 6 Dec, 2019

केजरीवाल ने अगले चुनाव में अपनी तरफ़ से एजेंडा तय कर दिया है। अब यह बीजेपी पर निर्भर करता है कि वह इस एजेंडे को कैसे बदलती है।
दरअसल, मई के लोकसभा चुनावों में सातों सीटों पर हारने और पाँच सीटों पर तीसरे नंबर पर पिछड़ने के बाद केजरीवाल को यह पता चल गया था कि अब दिल्ली चुनाव का एजेंडा तय करना होगा। उस वक़्त लोगों को लग रहा था कि केजरीवाल चूक गए हैं क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने जिस तरह पूरे विपक्ष को बुलडोज़ किया, उसके बाद कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही थी। केजरीवाल को यह बात तभी समझ में आ गई थी कि अगर दिल्ली का चुनाव दिल्ली के मुद्दों पर हुआ, तभी आम आदमी पार्टी मुक़ाबले में नज़र आ सकती है वरना यह पार्टी इतिहास के पन्नों में सिमट जाएगी। हालाँकि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि केजरीवाल अपनी योजना में सफल हो गए हैं या फिर उनकी कुर्सी बचना तय हो गया है लेकिन यह ज़रूर है कि केजरीवाल ने अगले चुनाव में अपनी तरफ़ से एजेंडा तय कर दिया है। अब यह बीजेपी पर निर्भर करता है कि वह इस एजेंडे को कैसे बदलती है।