चुनाव से एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में सोमवार को आईईडी विस्फोट हुआ है। कांकेर जिले में हुए इस विस्फोट में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ का एक जवान और मतदान दल के दो सदस्य घायल हो गए। घायल बीएसएफ कांस्टेबल की पहचान प्रकाश चंद के रूप में की गई है, जिनके पैरों में चोटें आई हैं।
यह घटना सोमवार शाम करीब 4 बजे रेंगागोंडी गांव के पास हुई, जहां वे राज्य में मंगलवार को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण से पहले एक मतदान केंद्र स्थापित करने जा रहे थे।
बीएसएफ़, राज्य की पुलिस और मतदान अधिकारियों के कर्मियों की चार टीमें मतदान केंद्र स्थापित करने के लिए रेंगाघाटी जाने के लिए छोटेबेटिया पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में मारबेडा पुलिस शिविर से रवाना हुई थीं।
जब टीम में शामिल एक व्यक्ति का कदम प्रेशर आईईडी पर पड़ा तो आईईडी में विस्फोट हो गया। बीएसएफ कांस्टेबल चंद्रप्रकाश सेवल और दो मतदान दल के कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए छोटेबेटिया ले जाया गया है। उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। एक अधिकारी ने कहा है कि टीम और सुरक्षाकर्मी सुरक्षित रूप से रेंगागोंडी मतदान केंद्र पर पहुंच गए हैं।
जिन 20 सीटों पर मंगलवार को वोटिंग हैं, वो नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के सात जिलों और चार अन्य जिलों राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कबीरधाम और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में हैं।
राज्य के चुनाव अधिकारियों ने बताया कि मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा (सभी अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित) निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा। इनके अलावा शेष 10 सीटों खैरगढ़, डोंगरगढ़ (अनुसूचित जाति), राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा, बस्तर (एसटी), जगदलपुर और चित्रकोट (एसटी) पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे के बीच मतदान होगा।
पहले चरण में 25 महिलाओं सहित 223 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला 40,78,681 मतदाता करेंगे, जिनमें 19,93,937 पुरुष, 20,84,675 महिला और 69 थर्ड जेंडर के लोग शामिल हैं, जबकि पहले चरण में 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
चुनाव अधिकारियों के अनुसार, सबसे अधिक उम्मीदवार राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र (29) में हैं, जबकि सबसे कम उम्मीदवार चित्रकोट और दंतेवाड़ा सीटों पर सात-सात हैं। राज्य कांग्रेस प्रमुख और सांसद दीपक बैज (चित्रकोट), मंत्री कवासी लखमा (कोंटा), मोहन मरकाम (कोंडागांव) और मोहम्मद अकबर (कवर्धा) और छविंद्र कर्मा (दंतेवाड़ा) पहले चरण में सत्तारूढ़ कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवारों में से हैं।
पहले चरण के प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला किया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं ने धर्मांतरण, बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर बात की।
कांग्रेस ने अपने अभियान को किसानों, महिलाओं, आदिवासियों और दलितों के लिए बघेल सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित किया, और 'उद्योगपति मित्रों' को संसाधन सौंपने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार पर भी हमला किया।
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