पेडिया गांव में 10 मई को एनकाउंटर में 12 माओवादियों को मारने का दावा किया गया। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि मारे गए लोगों के पास कोई हथियार नहीं थे। वे लोग तेंदूपत्ता बीनने का काम करते थे। इंडियन एक्सप्रेस ने गांव में पहुंचकर इस एनकाउंटर की जानकारी हासिल की। पेडिया गांव तक पहुंचना आसाना नहीं है। इसी वजह से और भी सवाल उठ रहे हैं।