क्या पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को हिन्दुओं की भावनाएँ आहत करने के आरोप में गिरफ़्तार किया जाना चाहिए? क्या बीजेपी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले ‘राम बनाम दुर्गा’ का समीकरण खड़ा कर अपने जाल में टीएमसी को फँसाना चाहती है? क्या ‘राम बनाम दुर्गा’ बीजेपी नेताओं के पितृसत्तात्मक सोच का नतीजा है? या वे एक भगवान के नाम पर सारे हिन्दुओं को एकजुट करने के प्रयोगशाला के तौर पर पश्चिम बंगाल का इस्तेमाल कर रहे हैं?